4 अगस्त 2020 को पाकिस्तान सरकार ने अपना नया नक्शा जारी किया है जिसमें पाकिस्तान ने पूरे कश्मीर को अपना प्रिंसली राज्य बताया है। ये हरकते पाकिस्तान करता रहता है। सबसे फनी वाली बात यह है कि पाकिस्तान ने कोई ईस्टर्न बाउंड्री मार्क नहीं की क्यू की यहां China Control Territory आता है शायद पाकिस्तान चीन को नाराज नहीं करना चाह रहा होगा।
पूरे कश्मीर को नक्शे में दिखाना कोई सरप्राइजिंग बात नहीं है ये तो एक्पीटेड था। सरप्राइजिंग बात ये है कि पाकिस्तान ने अपने नक्शे में भारत के गुजरात राज्य में स्थित जूनागढ़ और मानवदर इन दोनो को अपने नक्शे में क्लेम किया है।
जुलाई 1947 में ब्रिटिश हुकूमत ने भारत को इंडिपेंडेंट करने की घोषणा की ,भारत को आजादी दी जाएगी यह अगस्त महीने में डिसाइड होगया था, सभी प्रिंसली राज्यों को बोला गया था कि चाहे वह खुद का इंडिपेंडेंट देश बना ले या फिर भारत या पाकिस्तान के साथ मिल जाय, इसके पीछे ब्रिटिश हुकूमत का यह कारण था कि वह एक यूनाइटेड भारत या एक शक्तिशाली भारत नहीं देखना चाहते थे। कुछ प्रिंसली राज्य सोचने लगे कि वह खुद आत्मनिर्भर हो जाएंगे मुख्यता वह राज्य जिनकी कोई समुंदरी सीमा थी इन राज्यों ने सोचा कि वह समुंदर के रास्ते व्यापार करके आत्मनिर्भरता हासिल करेंगे हमे भारत पर निर्भर रहने की ज़रूरत नहीं है।
लेकिन छोटे - छोटे टुकड़ों में बटे भारत के सब कॉन्टिनेट्स की परिकल्पना ब्रिटिश सरकार ने की थी वो माउंट बेटन को रास नहीं आई माउंट बेटन आखिरी ब्रिटिश ऑफिसर थे।और ब्रिटिश सरकार में ये फीलिंग उत्पन्न होने लगी कि यह पॉलिसी गलत हो सकती है
तब माउंट बेटन ने स्वयं कई राज्यों में गए और कहा कि आप अपने प्रिंसली राज्य भारत या पाकिस्तान में शामिल करने , आत्मनिर्भर का ख्वाब ना देखे लेकिन इसके बाद भी कर राज्य थे जो शामिल नहीं होना चाहते थी, वह आत्मनिर्भर रहना चाहते थे कश्मीर, जुनगढ़, और हैदराबाद यह राज्य आत्मनिर्भर रहने चाहते थे।
जूनागढ़ में 1730 में बाबी डेंसिटी थी, जूनागढ़ के आखिरी नवाब महाबुल खान और रसूल खानजी थे
महाबूल खान को कुत्ते पालने का बहुत शौक था उनके पास कुल 800 कुत्ते थे । जूनागढ़ में 80% आबादी हिन्दू थी और 20% मुस्लिम आबादी थी लेकिन शासक और मजहब मुस्लिम था। 1947 में महाबुल खान गर्मी की छुट्टियों में यूरोप चले के अपने पीछे राज्य से कोई लेना देना नहीं राज्य को दीवान के भरोसे छोड़ गए
15 अगस्त 1947 भारत को आजादी मिली, और जूनागढ़ ने पाकिस्तान में शामिल होने का फैसला किया
दिल्ली से VP मेनन को बुलाया गया वो नवाब से मिले और एक महीने पाकिस्तान ने भी ऐलान कर दिया कि उन्होंने जूनागढ़ को शामिल कर लिया है। इसी बीच भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्ना ने कहा था कि हिन्दू और मुस्लिम एक साथ नहीं रह सकते और इसी आधार पर बंटवारा हुआ था तो जूनागढ़ के 80% मुस्लिम कैसे शामिल होंगे। जूनागढ़ के अधीन मांगरोल , बाबरियावाद और कुछ छोटी रियास्त्तो के राजा हिन्दू थे भारत की तरफ से इन राजाओं प्रोत्साहित किया गया बाहरी में शामिल होने को और वह मान गए।दोनो राज्यों को बचाने का कारण देकर भारत की सेना ने जूनागढ़ को चारो ओर से घेर लिया और कई रास्ते बंद करदिए गए जिससे कोई मदद नए मिल पाए पाकिस्तान से.
अब जूनागढ़ के नवाब को डर लगने लगा और वह अपनी फैमिली को लेकर प्राइवेट प्लेन से कराची चला गया। राज्य को दीवान ने करीब 2 हफ्ते संभाला इसी भी बॉम्बे में लोगो ने अपनी लोकल सरकार शुरू करदी जिसके पीछे संबलदास गांधी कर हाथ था ये महात्मा गांधी के भतीजे थे। ये लोकल सरकार चली पर भरता सरकार ने कभी इसका समर्थन नहीं किया। 8 नवंबर को पाकिस्तान की तरफ से बयान आया कि भारत ने जबरन जुनगढ को शामिल किया है इसके बाद 20 फरवरी 1948 को चुनाव हुआ जिसमें भारत के पक्ष में
99.95%वोट्स आए। और पाकिस्तान के पक्ष में केवल .05% वोट्स आए और इसी तरह कई राज्यों में भी यही वोटिंग सिस्टम चला। जिसमें भारत की जीत हुई ।
आपको बता दे कि 1948 के बाद पाकिस्तान ने कभी इस मुद्दे पर सवाल नहीं उठाया लेकिन अगस्त 2020 में उसने फिर यही राग अलापना शुरू कर दिया है, हालाकि की पाकिस्तान की कोशिश बेकार जाएंगी।
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