जैसा कि कोरोना महामारी का पूरे भारत सहित विश्व में प्रकोप है। हाल ही में हरियाणा सरकार की तरफ हरियाणा के लोगो के लिए अच्छी खबर आई है। लॉकडाउन के घाटे में चल रही हरियाणा रोडवेज ने रक्षाबंधन के अवसर पर 3 दिनों में 17.5 लाख रुपए राजस्व कमाया है। त्यौहार के इस अवसर पर यात्रियों को संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन के बाद पहली बार हरियाणा रोडवेज ने एक दिन 7 लाख रुपए का राजस्व कमाया है। रोडवेज GM बालकराम ने बताया है कि पानीपत डिपो ने इन 3 दिनों में सबसे ज्यादा राजस्व कमाया है।
अच्छी खबर ये है कि सोशियल डिस्टेंसिंग के चलते बसों में 30 से ज्यादा सवारियों को बसों में बैठने की अनुमति नहीं थी। उसे अब खत्म कर दिया गया है बस में टोटल 52 सीट्स होती है , अब बस में 52 लोग यात्रा कर सकेंगे। बिना मास्क के यात्रियों को बस में नही घुसने दिया जायगा।रक्षाबंधन को देखते हुए इस बार विभाग द्वारा महिलाओं के लिए सफर फ्री नहीं किया गया था।
फिर भी अधिकतर यात्रियों ने बस में सफर किया पानीपत डिपो प्रबंधन ने पर्व पर प्रतिदिन 65 से 70 बसों को ही दौड़ाने की प्लानिंग की थी, लेकिन यात्रियों की संख्या को देखते हुए बसों का संचालन बढ़ा दिया। 4 अगस्त को 115 बसों को सड़कों पर उतार दिया। इसका फायदा भी मिला। एक सप्ताह पहले तक रोडवेज की प्रतिदिन कमाई ढाई से तीन लाख के आसपास थी, लेकिन जैसे ही रक्षाबंधन त्योहार नजदीक आया तो सफर करने वालों की बढ़ती संख्या के साथ ही विभाग के राजस्व में दोगुना बढ़ोतरी देखने को मिली।
इससे अब रोडवेज की आर्थिक स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर लौटनी शुरू हो गई है। पर्व पर बसें 22 हजार किलोमीटर तक चलीं। 3 दिन में 291 बसों ने 53148 किलोमीटर तक सफर किया। करीब 17.50 लाख राजस्व कमाया।
65 बसों को ही किया जाएगा संचालित : जीएम
रोडवेज में लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ रही है लेकिन अभी बसों का संचालन बढ़ाने की अनुमति नहीं मिली है। मुख्यालय ने अब 52 सीटर बस में 52 सवारियों तक बिठाने की अनुमति प्रदान कर दी है। वहीं, रक्षाबंधन पर्व पर आए राजस्व से स्थिति में सुधार हुआ है। बालकराम, जीएम, रोडवेज
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